सोमवार, 5 सितंबर 2011

केवल शाकाहार से पोषक मूल्यों का पूर्ण संतुलन



मानव तन के लिए उर्ज़ा, शक्ति और पोषण के लिए, प्रोटीन, शर्करा, वसा, विटामिन्स, खनिज व रेशे आदि पदार्थ उचित अनुपात में होने अत्यंत ही आवश्यक है। साथ ही पोषक पदार्थों की शरीर व आहार के अनुकूल गुणवत्ता का होना भी इतना ही आवश्यक है। सौभाग्य से शाकाहार में सभी प्रकार के पौष्टिक और श्रेष्ठ गुणवत्तायुक्त तत्व, पर्याप्त मात्रा में विद्यमान होते है। भारी भरकम और कुपाच्य मांसाहार की तुलना में, साधारण से न्यूनत्तम शाकाहारी पदार्थों से शरीर को आवश्यक पोषण और उर्ज़ा प्रदान की जा सकती है। शाकाहारी संस्कृति में इन पोषण मूल्यों का प्रबन्धन युगों-युगों से होता चला आ रहा है। इतना ही नहीं, बहुमूल्य खनिज व निरामय रेशे का शाकाहार से ही प्राप्त होना अतिरिक्त संजीवनी बूटी के समान है, जो कि मांसाहारी पदार्थों में नदारद है।

मानव शरीर के लिए पोषक तत्वों की आवश्यकता और मामूली से शाकाहार द्वारा उसकी संतुलित पूर्ती की प्रबंध जानकारी यहाँ प्रस्तुत की जा रही है-

तालिका-1, औसत व्यक्ति के लिए पोषक तत्वो की दैनिक आवश्यकता :---

मानव   प्रोटीन  
Gms
 फैट
Gms 
  कैलॉरीज़  
  पुरूष(Moderate work)    60  15 2700
  पुरूष(Sedentary work)    60  15 2350
  महिला(Moderate work)    50  15 2100
  महिला(Sedentary work)    50  15 1800
  बालक(13 से 15 वर्ष)    71  15 2400
  बालिका(13 से 15 वर्ष)    67  15 2050


तालिका-2, न्यूनत्तम शाकाहारी पदार्थों से पोषक तत्वो की संतुलित पूर्ती :--


 पदार्थ  मात्रा 
Gms.
 प्रोटीन
Gms
 फैट
Gms
  कैलॉरीज़
 अनाज (Cereals) 400 48.40 6.80 1384
 दालें (pulses) 60 14.60 7.30 209
 हरी पत्तेदार सब्जियां 100 2.00 0.70 26
 अन्य सब्जियां 75 2.00 0.30 22
 कंद-मूल सब्जियां 75 1.20 __ 72
 फल 50 0.30 __ 24
 दूध 250 8.00 10.20 168
 फैट्स(घी-तेल) 25 __ 25.00 225
 शर्करा 30 __ __ 120
 कुल 1065 76.50 50.30 2250

अपनी शरीरिक की आवश्यकता और शरीर की प्रकृति के अनुसार, सामग्री की मात्रा में संयोजन नियोजन करके  समुचित अनुकूल और संतुलित प्रबन्धन सम्भव है।

## यह आंकडे, National institute of nutrition, ICMR, Hyderabad से प्रकाशित Nutritive Value of Indian Foods के आधार से प्रस्तुत किए गए है।

11 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत अच्छी और उपयोगी जानकारी साझा की ....धन्यवाद

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  2. बहुत जरूरी बाते हैं ये सब
    फ़ूड पिरामिड से जल्दी समझ आ जाती हैं [बच्चों की जानकारी के लिए घर पर भी लगाना चाहिए ]

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  3. अच्छा और उपयोगी आलेख!
    --
    शिक्षक दिवस की शुभकामनाएँ और सर्वपल्ली डॉ. राधाकृष्णन जी को नमन!

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  4. निसंकोच जानकारी तो बहुत अच्छी है| दूसरी बात इस लेख से पता चलता है कि जब शरीर की सभी आवश्यकता शाकाहार से ही पूरी हो रही हैं तो मांसाहार की ज़रूरत ही क्या है|
    आदरणीय भाई सुज्ञ जी, बहुत लाभदायक प्रस्तुति है, आभार|

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  5. सुन्‍दर, उपयोगी जानकारी है। धन्‍यवाद।

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  6. आपने बहुत उपयोगी जानकारी दी है.मैं तो शाकाहारी हूँ,पढ़कर आश्वस्त हुआ की मैं ठीक आहार ले रहा हूँ.धन्यवाद.सुज्ञ जी

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